बरेली।नवाबगंज की निर्वाचित चेयरपर्सन शहला ताहिर के अपनी गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट से स्टे ले आने के बाद उन्हें शपथ ग्रहण कराना प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गया है। एसएसपी ने डीएम को भेजी रिपोर्ट में एलआईयू के फीडबैक के आधार पर नवाबगंज में शहला का शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किए जाने पर शांति भंग होने की आशंका जताई है और यह कार्यक्रम नवाबगंज के बजाय विधि विशेषज्ञों से राय लेकर कहीं सुरक्षित स्थान पर आयोजित करने की संस्तुति की है।
हाईकोर्ट से स्टे मिलने के बाद शहला ताहिर ने डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह से मिलकर शपथ ग्रहण कराने की मांग की थी। डीएम ने इस पर कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत एसएसपी से रिपोर्ट मांगी थी। एसएसपी ने डीएम को भेजी रिपोर्ट में एसपी देहात और एलआईयू की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि नवाबगंज में 29 नवंबर को मतदान के दौरान भाजपा की अध्यक्ष पद की प्रत्याशी प्रेमलता राठौर और बसपा प्रत्याशी शहला ताहिर के समर्थकों के बीच मारपीट हो गई थी। इस मामले में विजय राठौर की ओर से शहला ताहिर उनके पति डॉ. मोहम्मद ताहिर समेत 28 लोगों को नामजद करते हुए 50 अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बाद एक दिसंबर को मतगणना के बाद एसडीएम राजेश कुमार ने अपने साथ कथित मारपीट के मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष रवींद्र सिंह राठौर, उनके भाई और भाजपा प्रत्याशी के पति नीरेंद्र सिंह राठौर समेत 20-25 अन्य व्यक्तियों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नवाबगंज में हुई इन घटनाओं को लेकर दोनों पक्षों के समर्थकों में काफी रोष है। पहले भी दोनों पक्षों के नेताओं में एक-दूसरे को नीचा दिखाने को प्रयास किए जाते रहे हैं। यदि शहला का शपथ ग्रहण समारोह नवाबगंज में आयोजित कराया जाता है तो दोनों पक्षों के बीच शांति व्यवस्था भंग होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।